त्वचा के कालेपन को कैसे रिमूव करें, इसका कोई अचूक तरीक़ा,
हमारी त्वचा मौसम के अनुसार रंग बदल लेती है, जैसे टैनिंग की वजह से जहां त्वचा में कालापन दिखता है तो कभी त्वचा एकदम क्लीयर दिखने लगती है। अब जैसे किसी के होंठ डार्क हैं, तो किसी के होंठों के आसपास वाली त्वचा गहरे रंग की होती है। किसी के घुटने काले दिखते हैं तो किसी की कोहनी। किसी को डार्क सर्कल्स की दिक्क़त होती है तो कोई इंटिमेट एरिया के गहरे रंग को देखकर परेशान है। खैर, अब सभी के लिए एक ट्रीटमेंट नहीं होता। यहां जानिए कुछ होममेड रेमेडीज़, जिससे त्वचा का कालापन कुछ हद तक साफ होने लगेगा।
लिप्स
त्वचा को कलर देने वाला पिग्मेंट जिसे मिलेनिन कहते हैं जहां ज़्यादा होता है, उस हिस्से की त्वचा अधिक गहरी दिखने लगती है। इसके लिए एक टीस्पून शहद में एक टीस्पून चीनी मिलाएं और इस मिक्स्चर को होंठों पर रगड़ें यानी स्क्रबिंग करें। कुछ देर बाद गुनगुने पानी से धोएं। फिर बाद में बादाम का तेल लगा लें। इस स्क्रब को हफ़्ते में एक या दो बार से ज़्यादा न करें।
अंडर आर्म्स
इसके लिए आपको बस कच्चे आलू का एक मोटा टुकड़ा लेना है, क्योंकि इसमें मौजूद ब्लीचिंग एजेंट त्वचा को लाइट करने का काम करती है। इस टुकड़े को अपने अंडरआर्म्स पर रगड़ना है या फिर और अच्छे रिज़ल्ट के लिए इस आलू की स्लाइस पर नींबू का रस डालें और फिर धीरे हाथ से रगड़ें। अगर स्लाइस नहीं रगड़ना है तो आलू के जूस का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इस प्रोसेस को फॉलो करने के 10 मिनट बाद गुनगुने पानी से इसे धो लें।
मुंह के आसपास की डार्क त्वचा
इससे राहत पाने के लिए आपको बस तीन चीजों की जरूरत पड़ेगी और वह है शहद, दही और नींबू। आप चाहें तो शहद और नींबू या फिर दही और नींबू का पैक भी बना सकती हैं। सभी इंग्रीडिएंट को मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बनाएं। अब इस पेस्ट को मुंह के आसपास वाली त्वचा पर अप्लाई करें। इसके सूख जाने पर इसे पानी से धो लें।
गर्दन
एलोवेरा जेल में स्किन लाइटनिंग जैसे कई एंजाइम्स होते हैं, जो मेलनिन इफेक्ट्स को बैलेंस करने में मददगार हैं। इसका इस्तेमाल करने के लिए ताज़े एलोवेरा लें। इसे अपनी गर्दन पर सीधे रगड़ें या फिर जेल निकाल कर इससे मसाज करें। क़रीब 15 मिनट बाद ठंडे पानी से धो दें।
कोहनी
अपनी कोहनी और घुटनों के गहरे रंग को हलका करने के लिए आपको जरूरत पड़ेगी सिर्फ़ एक नींबू की। नींबू में ब्लीचिंग प्रॉपर्टीज़ होती हैं जिसे त्वचा पर लगाने से वह हलकी पड़ने लगती है। आधा नींबू लें और इसे कोहनी और घुटने पर रगड़ें। लगभग 10 मिनट के लिए इसे छोड़ दें और फिर गुनगुने पानी से अच्छी तरह धो लें।
डार्क स्पॉट्स हटाने के लिए काम आएंगे कुछ प्रोडक्ट्स अगर आपके चेहरे पर पिंपल्स या दाने हैं और उसके डार्क स्पॉट्स रह गए हैं, तो उन्हें हलका करने के लिए ब्राइटनेस सीरम का प्रयोग करें। इसमें मौजूद 7 ऐक्टिव इंग्रीडिएंट्स जैसे विटमिन सी, कोजिक एसिड, मलबेरी एक्सट्रैक्ट की वजह से यह अनइवन स्किन टोन असरदार तरीके से इवन करता है।
हेयर केयर
आजकल वुड कॉम्ब का चलन आम है, इसका प्रयोग कैसे करें?
लकड़ी की कंघी आजकल बाजार में ख़ूब मिलने लगी है, वहीं ऑनलाइन ख़रीदारी करते वक़्त भी वुड कॉम्ब दिख जाता है। यह सच है कि हमें अपने बालों में प्लास्टिक कंघी के इस्तेमाल से बचना चाहिए इसलिए भी वुड कॉम्ब काफ़ी लोकप्रिय हो रहे हैं। क्या-क्या फ़ायदे हैं वुड कॉम्ब के जानिए यहां…
स्कैल्प के लिए भी है सही वुड कॉम्ब के टीथ की बात करें तो इसके दांत गोल होते हैं, जो बालों और स्कैल्प पर जेंटल रहते हैं। इससे स्कैल्प की सही मालिश होती है और ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ता है।
फ्रीजी नहीं दिखते बाल : वुड कॉम्ब इलेक्ट्रिसिटी जेनरेट
नहीं करती है, जिससे बाल फ्रीज़ी नहीं दिखते और टूटते भी कम हैं। वहीं प्लास्टिक के मुक़ाबले इससे बाल ज़्यादा स्मूद बने रहते हैं।
इस कॉम्ब में है एंटी-बैक्टीरियल गुण : यह कंघी अगर नीम
की लकड़ी से बनी है, तो इसमें नैचरल एंटी-बैक्टीरियल गुण होंगे, इससे स्कैल्प को किसी भी तरह के इन्फेक्शन का ख़तरा नहीं होगा।
अरोमा भी आएगी : यहां बता दें कि नीम या चंदन की
लकड़ी से बने वुड कॉम्ब में नैचरल अरोमा यानी सुगंध होती है, जो हेयर केयर रूटीन के लिए अच्छी बात है।
यह कंघी है इकोफ्रेंडली : लकड़ी से बनी है तो ज़ाहिर है कि
इकोफ्रेंडली कॉम्ब होगा।
ड्यूरेबल है : अच्छी क्वॉलिटी की लकड़ी की कंघी सालों- साल चल जाती है, जबकि प्लास्टिक की कंघी जल्दी टूट सकती है और बालों को अलग नुक़सान पहुंचाती है।
पॉकेट फ्रेंडली भी है: लकड़ी की कंघी पॉकेट फ्रेंडली तो है
ही साथ ही कई ख़ूबसूरत डिज़ाइन और पैटर्न में आती है। इसे आराम से पॉकेट में रखा जा सकता है।
Nice products